भारत और चीन के बीच इस वक्त सीमा पर तनाव की स्थिति बानी हुई है. चीन लगातार युद्ध की धमकी दे रहा है और लद्दाख में घुसपैठ की कोशिश भी कर रहे है. इस बीच भारतीय सेना तैयारियों में जुटी हुए है और आज ही वायुसेना के बेड़े में 5 राफेल लड़ाकू विमान शामिल होने जा रहे हैं. एक ओर से चीन और दूसरी ओर से पाकिस्तान भारत को परेशान कर रहा है, तब राफेल के आने से भारत की ऑपरेशन ताकत बढ़ सकती है.
राफेल लड़ाकू विमान पिछले महीने ही भारत पहुंच गए थे. तब से अबतक इनको इस तरह से तैयार किया जा रहा था, ताकि ये जरूरत पड़ते ही मैदान में काम आए. अब जब तैयारी पूरी हो चुकी है, तब वायुसेना के बेड़े में शामिल हो रहे हैं.
दोनों मोर्चे पर मजबूत होगा हिन्दुस्तान
राफेल लड़ाकू विमानों को अंबाला एयरफोर्स के एयरबेस पर तैनात किया गया है. रणनीति के हिसाब से ये बिल्कुल सटीक जगह है. क्योंकि अगर जरूरत पड़ती है तो कुछ ही मिनटों में राफेल विमान को यहां से लद्दाख सीमा तक ले जाया जा सकता है. बीते दिनों उत्तराखंड में राफेल ने चीन सीमा के पास उड़ान भी भरी थी, ऐसे में दुश्मन को कुछ भी कदम उठाने से पहले कई बार सोचना होगा.
Rafale fighter aircraft at the Indian Air Force station in Ambala, today morning.
Defence Minister Rajnath Singh will formally induct the five Rafale fighter aircraft into the Indian Air Force, today. pic.twitter.com/Pgz82SeCHv
— ANI (@ANI) September 10, 2020
वहीं अगर पाकिस्तान को देखें तो 2019 में बालाकोट एयरस्ट्राइक के वक्त उसने अपने लड़ाकू विमान भेजने की हिमाकत की थी. लेकिन पाकिस्तान अपनी कोशिश में सफल नहीं हो पाया था। तब भारत के मिग ने ही पाकिस्तान को मजा चखा दिया था, अब जब राफेल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना के पास है तो पाकिस्तान के J-16 का रंग काफी फीका पड़ सकता है.
औपचारिक रूप से आज 5 लड़ाकू विमान राफेल एयरफोर्स में शामिल होने जा रहे है. इस मौके पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. अंबाला एयरबेस पर सर्व धर्म पूजा की जाएगी. फिर राफेल आसमान में उड़ान भरकर अपनी ताकत का अहसास कराएंगे. साथ ही स्वदेशी एयरक्राफ्ट तेजस का एयर डिस्प्ले भी होगा. भारतीय वायुसेना को कुल 36 राफेल विमान मिलने हैं, जिनमें से ये 5 की पहली किस्त है.
48 करोड़ का है कंगना का दफ्तर, देखें-BMC के हथौड़े ने कैसे मचाई तोड़फोड़