खुशबु चौहान को असम राइफल के जवान ने दिया जवाब, कहा “बहादुरी मारने में नहीं बचाने में है”
Khushboo Chauhan के जोशीले भाषण बाद Assam Rifles के इस जवान बलवान सिंह (Balwaan Singh) ने कहा ‘बहादुरी किसी को मारने में नहीं बल्कि बचाने में है’ । हर किसी को मानवाधिकार नियमो का पालन करना चाहिए ।
कुछ दिन पहले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग दवारा आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) कि महिला कांस्टेबल खुशबू चौहान (Khushbu Chauhan) ने अपने भाषण से खु सुर्खिया बटोरी । खुशबु ने कहा था कि ‘उस घर में घुसकर मारेंगें, जिस घर से अफजल निकलेगा’ उनके इस भाषण की कुछ लोगों ने तारीफ की तो कुछ ने आलोचना। लेकिन अब इसी कार्यक्रम में दिए गए भाषण का एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें असम राइफल्स का जवान बलवान सिंह मानवाधिकार पर बोल रहे हैं। लेकिन उनके तर्क खुशबू से बिल्कुल अलग हैं।
कोलकाता की बेटी प्रीति भट्टाचार्जी ने सुपरस्टार सिंगर 2019 का खिताब जीता
Assam Rifles के जवान बलवान सिंह: बहादुरी मारने में नहीं बचाने में है…#HumanRights pic.twitter.com/nObME8UwQf
— Mohit Grover || موحِت گرو ور || मोहित ग्रोवर || (@mohitgroverAT) October 9, 2019
असम राइफल्स के जवान का खुशबू चौहान को जवाब
आपको बताते चले कि सीआरपीएफ (Central Reserve Police Force) ने 27 सितम्बर को दिल्ली में मानवाधिकार पर वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित कि थी । इस डेबिट का मकसद मानवाधिकार का पालन करते हुए आतंकवाद से कैसे निपटा जाये इस मुद्दे पर बहस करनी थी । प्रियोगिता में हर कोई अपना अपना तर्क दे रहे थे और सामने वालो को हारने में लगे हुए थे । इस दौरान असम राइफलमैन बलवान सिंह के इस बयान को खुशबु के तर्कों का जवाब माना जा रहा है कि “हमारी बहादुरी किसी को मारने में नहीं, बल्कि बचाने में है”
खुशबु चौहान (Khushboo Chauhan ) ने कहा था ‘उस घर में घुसकर मारेंगे, जिस घर से अफजल निकलेगा’
कांस्टेबल खुशबु ने बड़े जोशीले अंदाज और देशभक्ति से प्रेरित स्पीच में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशविरोशी नारे लगाने वालो पर जमकर बरसी । उन्होंने आतंकवाद को बढ़ावा देके और मानवाधिकार कि दुहाई देने वालो को अपने ही अंदाज में लताड़ा । उन्होंने कन्हैया कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘उस देशद्रोही ने कहा था कि तुम एक अफजल को मारोगे तो हर घर से अफजल निकलेगा. तो मैं भारत की बेटी अपनी भारतीय सेना की ओर से आज यह ऐलान करती हूं कि उस घर में घुसकर मारेंगे, जिस घर से अफजल निकलेगा. वो कोख नहीं पलने देंगे जिस कोख से अफजल निकलेगा. उठो देश के वीर जवानों तुम सिंह बनकर दहाड़ दो, और एक तिरंगा उस कन्हैया के सीने में गाड़ दो.’